गिरिराज सिंह के बयान पर, AIMIM कार्यकर्ताओं ने व्यवहार न्यायालय, में परिवाद किया दायर |Jagmnews |
वस्त्र मंत्रालय मंत्री गिरिराज सिंह के दिए गए बयान पर एआइएमआइएम कार्यकर्ताओं ने व्यवहार न्यायालय में परिवाद किया दायर ।
Aimim के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने किशनगंज व्यवहार न्यायालय परिसर में पहुंच कर भाजपा केंद्र वस्त्र मंत्रालय मंत्री गिरिराज सिंह पर परिवाद का मामला दायर किया गया है, मालूम हो कि बीते दिनों गिरिराज सिंह के हिंदू स्वाभिमान रथ यात्रा लेकर किशनगंज पहुंचे थे ।
जहां उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कई प्रकार के भाषाओं का प्रयोग किए थे। जिसको लेकर Aimim के कार्यकर्ताओं द्वारा आज किशनगंज व्यवहार न्यायालय में परिवाद दायर किया ।
उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्होंने अपने भाषण के दौरान सभा में मौजूद लोगो को भड़काने के नियत से अपराधिक साजिश के तहत कहने लगे कि “बटोगे तो कटोगे”। फिर कहने लगे कि मुझे यह भी मालूम हुआ कि,
जो गाँव में हमारे हिन्दू भाई है छोटे बीस घर पचीस घर, तीस घर चारो बगल से यह बंगलादेशी घुसपैठियो घेर लिये है वहाँ मंदिरो को भी तोड़ दिये है हमे पूजा भी करने नही देते है। हमे यह भी मालूम है जहाँ कम है लव जिहाद के साथ साथ हमारे घर में घुस कर बहु बेटियों के साथ बत्तमीजी भी करते है |
जहाँ हमारी संख्या कम है हमारी बहु बेटी के साथ बत्तमीजी भी करते है यह भी गाँव में होता है। कि साथ ही साथ आगे भाषण के दौरान लोगों को भड़काने के नियत से कहने लगे “कि अगर कोई घुसपैठी मूस्लमान हमे एक थप्पर मारे तो हम इकट्ठा होकर सौ थप्पर मारेंगे।
उक्त भाषणों से हमारे धार्मिक भावनाओं को आघात पहुँचा और हम मूल निवासीयों को घुसपैठेयो जैसे अपशब्द से संम्बोधित कर हमे अपमानित किया गया। उक्त भाषणों से समाज में रह रहे विभिन्न समुदाय के लोगो में दरार एवं अविश्वास पैदा हुआ है।
एक दूसरे के प्रति नफरत और घृणा पैदा हुआ है। मंदिर तोड़ने एवं महिलाओं के साथ बत्तमीजी करने का झूठा आरोप लगा कर लोगो को दंगा करने हेतु भड़काया गया है।कि अभियुक्त भारत सरकार में एक अहम मंत्री एवं जिम्मेदार नागरिक होने के बावजूद उनके द्वारा दिये गये,
भाषण से समाज में अविश्वास की खाई का निर्माण हुआ है। अभियुक्त एक प्रभावशाली व्यक्ति होने के कारण उन पर कोई कानूनी कारवाई नही हुई है।