गंडक नदी में नहीं, घट रहा पानी का लेवल, कई जगहों पर कटाव का, बढ़ा खतरा |Jagmnews |
बिहार के गोपालगंज के वाल्मीकिनगर बराज से गंडक नदी में पानी का डिस्चार्ज लेवल भले ही कम हो गया हो, लेकिन गोपालगंज में पानी का लेवल कई इलाकों में नहीं घटा है. बैकुंठपुर प्रखंड के शीतलपुर, डुमरिया, बरौली के सलेमपुर समेत कई इलाकों में गंडक नदी का पानी बढ़ रहा है |सड़क संपर्क टूटने की वजह से नाव के सहारे दियारा इलाके के लोगों की जिंदगी कट रही है. गंडक नदी उफान पर है और डेंजर लेवल से 55 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. दियारा इलाके में सड़कों पर तीन से चार फुट पानी बह रहा है. रोजमर्रा का सामान खरीदने के लिए आने-जाने का एकमात्र सहारा नाव ही है. इलाके के लोग प्रशासन से सरकारी नाव का इंतजाम करने की मांग कर रहे हैं. सरकारी स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र में पानी प्रवेश करने से बच्चों की पढ़ाई बाधित है. वहीं चापाकल डूब जाने से पीने के लिए लोगों को शुद्ध पानी नहीं मिल पा रहा है. खाने की सामग्री से लेकर माल-मवेशियों के चारे तक की संकट आ गया है |मांझा संवाददाता के अनुसार, गंडक नदी का जल स्तर बढ़ने से मांझा प्रखंड के दियारा इलाके के कई गांवों का संपर्क प्रखंड मुख्यालय से टूट गया है. वहीं, गौसिया बेसिक स्कूल , सड़क, खेत में लगे फसल बाढ़ की पानी में डूब गया है. इससे आवागमन ठप हो गया है. विदित हो कि शनिवार को वाल्मीकिनगर बराज से 4 लाख 36 हजार 500 सौ क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद गौसिया, निमुईया, भैसही, पुरैना पंचायत के निचले इलाके के गांवों में पानी घुस गया है. गांव में पानी आने से निमुईया, माघी मुगराहा, केरवनिया टोला, विशुनपुर, बलुआ टोला, महंत रावत के टोला गांव का आवागमन ठप हो गयी है. मंगलवार को गौसिया बेसिक स्कूल, अर्धनिर्मित पंचायत सरकार भवन, सड़क, खेत पूरी तरह पानी में डूब गया है. लेकिन अभी तक सरकारी स्तर पर नाव की व्यवस्था नहीं की गयी है |